मेरे जितने भी भई है जो अभी BCA या MCA या फ़ीर और कोई कंप्यूटर कोर्स कर रहे है उनको कोई भी Program बनाने के दौरान Operator से जुड़ी हुईबहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। उन्हें समझ नहीं आता की कौन सा Operator कब use करना है और किस Operator का क्या काम है 

आप सभी को यह बात तो पता होगी की जीतने भी हम Program बनाते है जिसमे अगर Arithmetic , Logical, Mathematical से जुड़े हुए काम करने होते है तब हेम ऑपरेटर की ज़रूरत पड़ती है।

 

चलिए हम सबसे पहले ऑपरेटर क्या होता है उसके बारे में जानते है और कितने प्रकार यानी Operator ke Types के बारे में जानेंगे।


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Operator : यह एक Symbol होता है जिसका इस्तेमाल  Programming में Conditional , Bitwise, Logical, Mathmetical जैसे टास्क को परफॉर्म करने के लिए किया जाता है। 

 

Operators are 3 Types ::

 

  1. Unary
  2. Binary
  3. Ternary

 

एक एक कर हम सभी ऑपरेटर के बारे में जानने वाले है और उसके Example के बारे में भी जानेंगे वैसे अगर आपको ऐसा लगता है की Operator सिर्फ़ Three types के होते है तो आप अभी रुकिए क्योंकि इन तीनों के और भी Subparts है जो की एक एक करके मैं आपको बताने वाला हूँ।

 

  1. Unary : यह ऑपरेटर Single Operands / Variable पर काम करता है। 

और यह कुछ इन भागों में बाटा गया है।

 


मेरे कई सारे भैयो को अभी Operands के बारे में भी पता नहीं होगा एसिलीए मैं सबसे पहले उसी के बारे में बता देता हूँ बहुत लोगो ने पूछा था What is operands in C Language ?

 

Operands : यह कोई स्पेशल Symbol या कोई स्पेशल कैरेक्टर नहीं होता है बल्कि हमारे जितने भी Programming में Variable होते है वह भी Operands ही है यानी वेरिएबल ही ऑपरेंड्स है तो जायदा परेशान होने की अवश्यकता नहीं है.

 

  • Increment { Pre- increment , Post-increment } : इस ऑपरेटर का इस्तेमाल Operands में Value बढ़ाने के लिए किया जाता है यह हमसा Single Operands पर काम करता है।

उदाहरण ( ++a , a++ ) 

 

 

  • Decrement { Pre-decrement , Post-decrement } यह बिलकुल सेम होता है इंक्रीमेंट ऑपरेटर की तरह उसमे Value बढ़ाया जाता है जबकि इसमें घटाया जाता है 

उदाहरण (  - - a , a- - )

 

  • Sizeof() : यह भी एक ऑपरेटर ही है इसका इस्तेमाल किसी भी DATA type का साइज size देखने के लिए किया जाता है।

Syntax : sizeof(Variable) 


 

  1. Binary : यह ऑपरेटर 2 Operands पर काम करता है और Value Single Operands में निकल के आती है। 

 

  • Arithmetic - जीतने भी Mathmetical task है जैसे +,*,-,/,% यह सब arithmetical ऑपरेटर के पार्ट्स है यह भी TWO Operands पर काम करता है।

 

जैसे :  a+b आप देख सकते हो A भी एक operand है और B भी एक Operand है जबकि answer One Operand में आयेगा सिर्फ़ यही नहीं जीतने भी Binary के Subparts operator है उसका आंसर एक ही Operand में आयेगा.

 

  • Logical - यह ऑपरेटर दो Expression या दो से अधिक Expression को जोड़ता है जैसे मान लीजिए आपने इसको as a Condition के रूप में बनाया।

A=10, B=6, C=5

 A>b && B>c ? True : false

परीणाम TRUE

 

अब आप ऊपर देख सकते हो A अगर B से बड़ा होगा और साथ ही B >c होगा जब दोनों condition TRUE होगा तभी जाके इन कंडीशन का रिजल्ट True होगा वारना अगर दोनों में से कोई एक भी False निकल गया तो कंडीशन false हो जाएगी फ़ीर Else(:) के बाद  का रिजल्ट शो होगा यानी आउटपुट False.

 

Logical operator के कुछ और भी उदाहरण है जैसे ( && , ||, ! )

 

हमने && के बारे में तो देख लिया लेकिन अब बारी है ( || ) OR operator की आख़िर इसको कैसे इस्तेमाल किया जाता है। 

चलिए इसको भी Condition के तरह समझते है।

 

A>b || B<c ? TRUE : false

Result: TRUE

 

यह AND ऑपरेटर के बिलकुल उल्टा काम करता है जैसे && में दोनों condition True होगा तभी Result TRUE होगा जबकि || OR में दोनों में से कोई एक भी TRUE हुआ इसका मतलब Result TRUE माना जाएगा.

 

! NOT - यह भी एक ऑपरेटर है इसका काम सिर्फ़ इतना है अगर a=1 तो a=0 कर देगा यह 0 को 1 और 1 को 0 कर देता है इसको compliment भी बोलते है.

 

 

  • Bitwise -  यह ऑपरेटर थोड़ा अलग है इन सब oprator से क्योंकि अभी तक हमने जीतने भी ऑपरेटर देखे वो Value और Operand पर काम kar रहे थे जबकि ये ऑपरेटर BIT पर करता है।

 

Bitwise operators :

&

|

~

^

<<

>>

 

 

  • Relational - यह ऑपरेटर Boolien value देता है या तो 0 या तो 1 दो ऑपरेंड्स के बीच कम्पेर करके आउटपुट देता है.

 

ये है सारे Relational operator :

<

>

<=

>=

!=

==

 

  • Assignment - कभी कभी कुछ चीज़ नाम से भी पता चल जाती है जैसे Assignment का कम होगा कुछ भी assign करना जो की सही भी है क्योंकि इस Operator की मदद से हम Value assign करते है।

 

ये है Assignment operator के उदाहरण - 

+=

-=

/=

*=

%=

 

अगर आपको इनको और अच्छे से समझना है तो आपको और भि डीप पढ़ना होगा इसे क्योंकि सभी ऑपरेटर ka अपना अलग अलग काम है तो कृपया confused न होइए.

 

  1. Ternary Operator : यह Operator एक conditional operator होता है जैसे Programming in C में तुम देखे होगा if else के बारे में ठीक या वही ही है।

Example


a=10, b=5;

  if ( a=10; a>b; a++ )

{

Printf(“sagar”);

}

Else 

{

Printf(“not sagar”);

}

 

या तो इसी को आप ऐसे भी लिख सकते हो —


A>b ? Printf(“sagar”) : printf(“not sagar”)

 

ज़रूरत के हिसाब से आप सबकुछ लगा सकते हो कभी कभी आपको सिर्फ़ if else का ही इस्तेमाल करना पड़ेगा तो कभी आपको सिर्फ़ Conditional operator का.

 

उम्मीद है आपको मैंने जितना भी बताया है समझ में आया होगा यदि फ़ीर भी आपको लगता है की आपको कुछ और मुझसे जानना चाहिए तो आप इसी पोस्ट के नीचे कमेंट करके या ईमेल करके हमसे सबकुछ पूछ सकते है.

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